द हिमाचल हेराल्ड, शिमला
महिला एंव बाल विकास विभाग हि0प्र0 के अन्तगर्त बाल विकास शिमला शहरी में 16 मार्च, 2021 से 31 मार्च, 2021 तक पोषण पखवाड़ा के अन्तर्गत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। यह जानकारी आज बाल विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती ममता पाॅल ने दी। शिमला शहरी परियोजना के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में आज भारत को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए पोषण शपथ भी दिलाई गई।
उन्हानें बताया कि पोषण पखवाड़ा की शुरूआत सभी केन्द्रों में सामुदायिक आधारित कार्यक्रम मनाने व बच्चों के वजन लेने के साथ की गई । बाल विकास परियोजना शिमला शहरी में बच्चों के बजन व लम्बाई मापने के साथ केवल स्तनपान व पूरक पोषाहार के सही तरीके व महत्व के बारे में घर-घर जाकर जागरूक किया गया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बताया कि परियोजना के आंगनवाड़ी केन्द्रो में पहले से ही न्यूट्रीगार्डन स्थापित किए गए है। पोषण पखवाड़ा के दौरान पोषण वाटिका को और अधिक बढ़ाने के लिए आगंनबाड़ी केन्द्रों में औजार, गमले, सिंचाई केन, खाद व बीज आदि वितरित किए गये ताकि पोषाहार की गुणवता को और बढाया जा सके।
ममता पाॅल ने बताया कि वार्ड स्तर पर नई जन्मी कन्याओं के अभिभावकों को बधाई पत्र व उपहार आदि बांटे गए । अभिभावकों को नवजात शिशुओं को मां के दूध देने बारे पे्ररित किया गया। उन्हें स्वच्छता, सही पोषण अपनाने, कोविड-19 में लिए जाने वाली सावधानियां बारे में भी जानकारी दी गई। सभी वार्डों में कार्यक्रम के अंत में, प्रतिभागियों को ’’सुपोषित जननी विकसित धरिणी’’ के बारे में जानकारी देते हुए एकजुट होकर कार्य करने की शपथ दिलाई गई ।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा दिनांक 29-03-2021 को आयोजित वेबीनार में पोषण के पांच सूत्रों में सही पोषण, स्वच्छता, एनीमिया जांच, कैल्शियम व आयरन की गोलियों का सेवन, प्रसवपूर्व जाँच सम्बन्धित जागरूक किया गया। परियोजना स्तरीय कार्यशाला का आयोजन बचत भवत में किया गया जिसमें जिला पंचायत समिति व पंचायती राज प्रतिनिधियों ने प्रतिभागिता दी ।
कोरोना संक्रमण की स्थिति के मध्यनजर पोषण पखवाड़ा को जन आंदोलन बनाने व इसे प्रभावी ढंग से लागू करने हेतू तकनीक व सोशल मीडिया का प्रयोग भी किया गया। दिनंाक 31-03-2021 को शिमला शहरी परियोजना के सभी आंगनबाडी केन्द्रों में भारत को कुपोषण मुक्त बनाने के लिये पोषण शपथ दिलाने के साथ पोषण पखवाड़ा का समापन किया गया।
As colour can’t lose its ability to give colour after being broken several times. Similarly, I also can’t unlearn the art of spreading love and smile, after being broken, several times by my life !
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