December 25, 2024

रिकांगपिओ में हेल्थ मिनिस्टर ने ली सलामी

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द हिमाचल हेराल्ड, रिकांगपिओ

जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह किन्नौर जिला के मुख्यालय रिकांग पिओ के रामलीला मैदान में बडे़ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने की।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने ध्वजारोहण किया व भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व हिमाचल पुलिस विभाग के उप निरीक्षक आशा राम ने किया। परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस, हिमाचल पुलिस, गृह रक्षा पुरूष व महिला व गृह रक्षा बैंड की टुकड़ियों ने भाग लिया।
डाॅ. राजीव सैजल ने इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित सभी नागरिकों को शपथ भी दिलाई।
इससे पूर्व रामलीला मैदान पहुंचने पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री राजीव सैजल का स्थानीय लोगों, पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों तथा जिला प्रशासन द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
डाॅ. राजीव सैजल ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल पदेश के गठन व पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के उपरान्त प्रदेश ने अभूतपूर्वक विकास किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1971 में प्रदेश जब पूर्ण राज्य बना तो उस समय प्रदेश में केवल 10,617 कि.मी. लंबी सड़कें थीं और प्रदेश की साक्षरता दर 31.96 प्रतिशत थी। आज प्रदेश में सड़कों की लंबाई 38470 कि.मी. हो चुकी है और प्रदेश की 99 प्रतिशत पंचायतें सड़क से जुड़ चुकी हैं। प्रदेश की साक्षरता दर भी 82.80 प्रतिशत पहुंच चुकी है।
उन्होंने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश खुशहाल एवं प्रगतिशील राज्य की श्रेणी में गिना जाता है। आज प्रदेश में 15,533 शिक्षण संस्थान हैं जबकि 1971 में प्रदेश में मात्र 4,693 शिक्षण संस्थान थे। इसी प्रकार उस समय 587 स्वास्थ्य संस्थान थे जो आज बढ़कर 4,320 हो गए हैं। आज प्रदेश के सभी गांव में बिजली उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा आरंभ की गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रदेश वासियों के लिए वरदान साबित हुई हैं और इसके माध्यम से गांव-गांव में सड़कें पहुंची है। रोहतांग टनल भी वाजपेयी जी की ही दूरदर्शी सोच की देन है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सबका-साथ सबका-विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र को समक्ष रख कर कार्य कर रही है। विगत वर्षों में हमने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सहेज कर रखने के साथ-साथ आधुनीकीकरण को भी अपनाया है। जन-मंच, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हैल्पलाईन 1100 और प्रगति पोर्टल व माॅय-गाॅव जैसे नवाचार प्रयास इस दिशा में उठाए गए महत्वूपर्ण कदम हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने वर्ष 2017 में शपथ ग्रहण समारोह के पहले दिन ही वृद्धा अवस्था पैंशन की आयु को बिना किसी आय सीमा के 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया तथा प्रदेश ने इस अवधि के दौरान सामाजिक सुरक्षा पैंशन के 1 लाख 63 हजार 607 नए मामले स्वीकृत किए।
प्रदेश में उज्जवला योजना के तहत 1 लाख 36 हजार परिवारों को 21 करोड़ 76 हजार रुपये खर्च कर निःशुल्क गैस कनैक्शन दिए गए। इसी प्रकार प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई हिमाचल प्रदेश गृहणी सुविधा योजना के तहत 2 लाख 91 हजार महिलाओं को निःशुल्क गैस कनैक्शन प्रदान किए गए।
उन्होंने जिले के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि पूर्ण राज्यत्व का दर्जा मिलने के उपरान्त किन्नौर जिला में भी अभूतपूर्वक विकास सुनिश्चित हुआ है और आज जिला अन्य जिलों से कई क्षेत्रों में अग्रणी स्थान में है। किन्नौर जिला में वर्ष 1971 में मात्र 3 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र थे जो आज बढ़कर 30 हो गए हंै। इसी प्रकार जिले में 34 उपस्वास्थ्य केन्द्र, 1 आयुर्वैदिक अस्पताल व 27 आयुर्वैदिक स्वास्थ्य केन्द्र लोगों को घर-द्वार के निकट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवा रहें हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में 1971 में 79 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र थे जो अब बढ़कर 181 हो गए हैं। इसी प्रकार उस समय केवल 8 उच्च पाठशालाएं तथा 15 माध्यमिक पाठशालाएं जिले में थी जो आज बढ़कर क्रमशः 20 व 32 की संख्या पर पहुंच चुकी हंै। इसके इलावा जिले में 32 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाएं भी हैं।
जिले ने बागवानी क्षेत्र में पिछले 50 वर्षों में महत्वपूर्ण विकास किया है। जिले में 1971 में मात्र 1041 हैक्टेयर क्षेत्र में फलों का उत्पादन होता था जो आज बढ़कर 12,732.16 हैक्टेयर हो गया है। जिले में इसी अवधि के दौरान फलों का उत्पादन मात्र 3,107 मैट्रिक टन ही था जो अब बढ़कर 62,311.87 टन हो गया है। आज जिले से हर वर्ष 28 से 35 लाख तक सेब की पेटियां विभिन्न मंडियों में जा रहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिले में वर्ष 1971 में 28 गांव में बिजली थी और आज जिले के सभी घरों को विद्युत कनैक्शन दिए जा चुकें हैं।
जिले ने गत तीन वर्षों के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। जिले को क्षय रोग उन्मोलन में हाल ही में कांस्य पदक से नवाजा गया। इसी प्रकार जिले के क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ को भी कायाकल्पा सर्वेक्षण के तहत प्रथम आंका गया है जो जिले के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में गत तीन वर्षों के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत 15 लाख 96 हजार 500 रुपये की राशि क्षय रोगियों के खातों में डाली गई।
जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत 5,902 लाभार्थियों के परिवार के 13,078 लोगों के आयुषमान कार्ड बनाए गए हैं तथा योजना के तहत 310 रोगियों को 25 लाख 52 हजार रुपये की निःशुल्क उपचार सुविधाएं प्रदान की गई हैं। जिले में हिमकेयर योजना के अंतर्गत 8,902 कार्ड बनाए गए हैं और गत वर्ष योजना के तहत 237 लोगों को 8 लाख 10 हजार रुपये का निःशुल्क उपचार क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ में उपलब्ध करवाया गया।
जिले में सहारा योजना के अंतर्गत गत तीन वर्षों में 87 लोगों को 22 लाख 22 हजार 144 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई गई।
डाॅ. सैजल ने कहा कि किन्नौर जिला में जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत 126 करोड़ 78 लाख रुपये के बजट का प्रस्ताव इस वर्ष के लिए किया गया है जो पिछले वर्ष से 12 करोड़ रुपये अधिक है। जिले में इस वित्त वर्ष के दौरान कृषि व अन्य संबंधित सेवाओं के लिए 2 करोड़ 37 लाख रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है।
बागवानी के लिए इसी अवधि के दौरान 2 करोड़ 6 लाख रुपये प्रस्तावित हैं जबकि कृषि भू-संरक्षण व वन भू-संरक्षण के लिए भी 2 करोड़ 78 लाख रुपये प्रस्तावित हैं।
उन्होंने कहा कि जिले में सिंचाई क्षेत्र को बढ़ावा देने व रख-रखाव के लिए इस वित्त वर्ष के दौरान 9 करोड़ 48 लाख रुपये की राशि प्रस्तावित की गई है। जिले में सड़क नेटवर्क व पुलों के निर्माण सुदृढ़ीकरण व रख-रखाव के लिए 37 करोड़ 24 लाख रुपये प्रस्तावित किए गए हैं।
जिले में इस समय 6,149 लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन के दायरे में लाया गया है तथा इसी वर्ष 8808 नए मामालों को स्वीकृति दी गई है।
इस अवसर पर रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि डाॅ. राजीव सैजल ने इस अवसर पर राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पर आधारित आॅनलाईन प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 6 विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों को भी नगद पुरूस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी, जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस,  उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक एस. आर. राणा उपमण्डलाधिकारी कल्पा डाॅ. मेजर अवनींद्र कुमार, सहायक आयुक्त मुनीष कुमार शर्मा, कमान्डेन्ट होम गार्ड सुरेश कुमार व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।