-कालका-शिमला हेरिटेज ट्रैक पर िवस्ताडाेम के बदले जाएंगे शीशे, रेल मंत्री स्वयं बने हैं िडजाइनर
-हाल ही में िशमला प्रवास के दाैरान गाेयल ने की थी घाेषणा
द हिमाचल हेराल्ड, शिमला
पहाड़ी राज्य िहमाचल का सेब इस सीजन से रेलवे के माध्यम से सीधा िवदेशाें तक पहुंचेगा। इसके िलए केंद्र सरकार ने तैयारी कर ली है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक हिमाचल के सेब को अंबाला से उठाकर विदेश भेजा जाएगा। हिमाचल के लिए वर्ष 2021-22 में अधोसंरचना परियोजनाओं और सुरक्षा कार्यों के लिए 770 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। यह वर्ष 2009-14 के दौरान आवंटित औसत बजट से 613 फीसदी अधिक है। भानुपल्ली-बैरी और चंडीगढ़ रेललाइन के कार्य में तेजी लाने के िलए सर्वे का काम भी चला हुअा है। इस पर 405 करोड़ और चंडीगढ़-बद्दी रेललाइन के लिए 200 करोड़ आवंटित किए जाएंगे। चंडीगढ़-बद्दी रेललाइन प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बल देने में अहम भूमिका निभाएगी।
कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर जल्द ही बड़े-बड़े शीशे के साथ िवस्ताडाेम ट्रेन दाैड़ेगी। िपछले महीने अपने िशमला प्रवास के दाैरान रेल मंत्री पीयूष गाेयल ने घाेषणा की थी कि कालका-शिमला रेलट्रैक पर विस्ताडोम की तरह सभी डिब्बों को बदलकर नए डिब्बे लगाए जाएंगे। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इन डिब्बों में बड़े-बड़े शीशे लगेंगे। रेलवे ट्रैक पर जगह उपलब्ध होने पर पर्यटन स्थल भी बनाए जाएंगे, जिससे पर्यटक बीच से रेलगाड़ी से उतरकर खूबसूरत वादियों का नजारा देख सकें। बाद में दूसरी रेल पकड़कर शिमला पहुंच सकेंगे। बताया गया कि इसके िलए टिकट एक बार ही कटेगा। इस हेरिटेज ट्रैक का डिजाइन रेल मंत्री पीयूष गाेयल ने खुद तैयार किया है। इसके साथ-साथ पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल के डिब्बे भी बदले जाएंगे। पर्यटक को आकर्षित करने के लिए स्पेशल डिब्बा लगाया जाएगा। कालका-शिमला ट्रैक पर रेल गति में सुधार की संभावनाएं तलाशने के लिए आरडीएसओ की ओर से अध्ययन भी किया जा रहा है। जगाधरी-पांवटा साहिब रेललाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार नए सिरे से सर्वेक्षण करेगी। पांवटा साहिब औद्योगिक क्षेत्र है, यहां तैयार होने वाले उत्पाद रेल के माध्यम से भेजे जाएंगे।
औद्योगिक के िलए की जाएगी कच्चे माल की ढ़ुलाई
औद्योगिक इकाइयां इस रेललाइन के सहयोग से कच्चे माल की ढुलाई करने के साथ विभिन्न स्थानों पर उत्पादों को आसानी से पहुंचा पाने में समर्थ होगी। बताया गया कि बीते एक साल में 110 करोड़ टन माल की ढुलाई की गई। मोदी सरकार ने हिमाचल को 2014 से अब तक हर साल 280 करोड़ रुपये दिए हैं। यूपीए ने 2009 – 2014 तक हर साल 108 करोड़ रुपये दिए थे। रेलवे के आधारभूत ढांचे और अन्य खर्च का बजट दिया गया। मोदी सरकार ने सात गुना बजट दिया है।
पठानकोट-जागिंद्रनगर रेललाइन काे एक-एक नया डिब्बा
पठानेकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन में पुल और ओवर हेड ब्रिज के साथ यहां चलने वाली रेलगाड़ियों में एक-एक माडर्न डिब्बा जिसमें बड़े-बडे शीशे लगाए जाएंगे। इससे पर्यटक पालमपुर के चाय बागान को निहारने के साथ धौलाधार की ऊंची बर्फीली चोटियों को निहार सकेंगे। औद्योगिक क्षेत्र पांवटा साहिब को रेलवे से जोड़ने के लिए पांवटा साहिब-जगाधरी रेल लाइन सर्वे के आदेश दे दिए हैं। इससे माल लाने और ले जाने में सुविधा होगी। इसका सर्वे किया जाएगा, इस संबंध में प्रस्ताव राज्य सरकार पहले ही दे चुकी है।
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