December 24, 2024

लाहौल घाटी में बाढ़ से प्रभावित लोगों को 10 करोड की घोषणा

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– 372 लोगों को निकाला सुरक्षितः मुख्यमंत्री

 

द हिमाचल हेराल्ड, शिमला 

हिमाचल के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज विधानसभा सदन में जारी वक्तव्य में कहा कि राज्य में मॉनसून के दौरान लाहौल घाटी से हुई भारी वर्षा से जान व माल की भारी क्षति हुई है।   उन्होंने सदन को बताया कि लाहौल घाटी में फंसे 372 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। जिसमें पर्यटक भी शामिल है। वहीं एक बीमार महिला सहित 19 लोगों को हैलीकाप्टर से निकाला गया है। अब घाटी में कोई भी नहीं है। उनहोंने कहा कि बीआरओ, लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग को तुरंत प्रभाव से राहत कार्यों के आदेश दे दिए है। इस समय घाटी में मुख्य मार्गों में केवल तांदी-संसारीनाला सड़क अवरूद्ध है।   उन्होंने कहा कि लाहौल घाटी के लिए तुरंत आपदा प्रबंधन राशि में से 10 करोड़ राहत राशि प्रदान की गई है। सड़कों के बंद होने के कारण किसानों की नगदी फसलों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए समस्या आ रही है।  इसके दृष्टिगत पिकअप का प्रावधान किया गया है जिसका  किराया मात्र 2500 से 3000 रुपये होगा। यह सुविधा घाटी में सड़क सुविधा सुचारू होने तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि किरलिंग व हवाई मोड नजदीक गांव कुकुमसेरी में भूस्खलन हुआ है। जाहलमा नाला, साक्स नाला, चांगुट व उरगोश नाला और दारचा-शिंकुला संड़क पर दो नालों में भारी बाढ़ आई है। जिससे सड़कों, पुलों, पेयजल व सिंचाई योजनाओं को भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह तोजिंग नाला में भारी बाढ़ आने से सात लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अभी भी लापता है और दो घायलों को सुरक्षित बचा लिया गया है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि जिला में 8 सड़कों एवं पुलों को तथा 10 नये जल योजनाओं व 35 बहाव सिंचाई योजनाओं को भारी क्षति हुई है। लोगों की जमीन भी बह गई है तथा कृषि एवं बागवानी उत्पाद जिसमें मुख्यतः नकदी फसलें  मटर, आइस बर्ग, फूल गोभी, बंद गोभी, जावटी फूल इत्यादि है को भारी नुकसान हुआ है। ऐसी स्थिति में जनजातीय विकास मंत्री वहीं पर पहले से ही स्थानीय प्रशासन व स्थानीय लोगों को राहत कार्यो का संचालन कर रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मैने भी नुकसान का जायजा लिया।