July 2, 2025

जनजातीय क्षेत्रों की गारंटी पर सुक्खू सरकार ने लगाई मुहर

Spread the love

-पीसीसी सचिव प्रताप नेगी से सीएम सुक्खू व कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी का जताया आभार
-कहा, भाजपा ने पूर्व में अपने चहेतों को दिलाया नौतोड़
-अब नौतोड़ के तहत लोगों को मिलेगा मालिकाना हक

द हिमाचल हेराल्ड, शिमला
नजातीय क्षेत्रों की गारंटी पर सुक्खू सरकार द्वारा लगाई गई मुहर पर सत्तासीन पार्टी कांग्रेस ने खुशी जाहिर की है। प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं किन्नौर युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी ने इस ऐतिहासिक फैसले के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया है। प्रताप नेगी ने कहा कि नौतोड़ के जो 25 हजार केस पेंडिंग पड़े हैं उन लोगों को आने वाले दो वर्षों के भीतर मालिकाना हक मिलेगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी जब विधानसभा के उपाध्यक्ष थे तब भी नौतोड़ के केसों में प्रगति लाई थी और 500 से अधिक लोगों को उस दौरान एफसीए को निरस्त कर के भूमि का पट्टा भी दिया गया। जैसे ही प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ भाजपा सरकार ने जनजातीय क्षेत्रों की जो मुख्य मांग नौतोड और को उस अनदेखी कर उस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की, जबकि भाजपा सरकार ने किन्नौर में पूरे पांच साल के कार्यकाल मे एक अपने चहेते को नौतोड दिलाया। प्रताप सिंह नेगी ने कहा कि जगत सिंह नेगी ने विपक्ष में रहते हुए लगातार पांच वर्ष विधानसभा के अंदर हो या बाहर हमेशा नौतोड़ के मामले को उठाते रहे हैं और चुनाव में जो जगत सिंह नेगी ने लोगों से नौतोड की बहाली का वादा किया था उसे पूर्ण करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नौतोड नियम 1968 को 2 वर्षों के लिए लागू करना अपने आप में इस प्रदेश सरकार की महान उपलब्धि और ऐतिहासिक फैसला है।

असहाय लोगों को मिलेगा मालिकाना हक: नेगी
प्रताप सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से गरीब असहाय जनजातीय क्षेत्र के लोगों को आने वाले समय में सरकारी भूमि पर मालिकाना हक मिलेगा। प्रताप सिंह नेगी ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों की बड़े लंबे समय से पेंडिंग मांग को प्रदेश सरकार पूरा करने जा रही है। इसके लिए प्रदेश सरकार के मंत्री जगत सिंह नेगी का लंबा संघर्ष आज काम आएगा। प्रदेश के समस्त जनजातीय लोगों के साथ-साथ समूचा किन्नौर की जनता ने साफ कहा कि जगत सिंह नेगी नौतोड़ बहाली के लिए बधाई के पात्र हैं।