December 25, 2024

महेंद्र के मन की बात:  लाेगाें के बीच राेने से नहीं मिलती जीत

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द हिमाचल हेराल्ड । शिमला
जयराम सरकार में सीएम के बाद टाॅपर मंत्री महेंद्र िसंह ठाकुर के हाैंसले अाैर भी बुलंद हाेते नजर अा रहे हैं। हालांकि चुनाव प्रदेश के चार नगर िनगमाें में हुए, लेकिन चर्चाएं सबसे अधिक मंडी पर हाेती रही। अपनी ही सरकार में कभी मंत्री रहे भाजपा िवधायक अनिल शर्मा की राजनीतिक चक्रव्यूह काे करारा जवाब देने में मेेहंद्र िसंह ठाकुर का काेई ताेड़ ही नहीं है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह िजला अाैर सत्ता में भाजपा हाेने के नाते मंडी नगर िनगम पर काबिज हाेने के िलए जल शक्ति मंत्री ने पूरी शक्ति लगा दी ताे कांग्रेस के पसीने छूट गए। दरअसल यहां चुनाव भाजपा ने जीती अाैर िनशाना अब पूरी तरह से सुखराम परिवार खासकर भाजपा िवधायक अनिल शर्मा पर ही लग रहा है। महेंद्र िसंह ठाकुर कहते हैं कि नगर िनगम चुनाव से ठीक एक िदन पहले भाजपा िवधायक अनिल शर्मा लाेगाें के बीच जाकर राे पड़े ताे कांग्रेस काे जीत िदलाने की दुअा भी करते रहे। जल शक्ति मंत्री ने अनिल शर्मा सलाह देते हुए कहा िक लाेगाें के बीच राेने से कभी जीत नहीं िमलती। उन्हाेंने अनिल शर्मा काे याद िदलाना चाहा कि वे अपने िपता की बैसाखियाें के दम पर िवधायक बने। महेंद्र िसंह उन्हें कभी भी राजनेता नहीं मानते हैं। वे कहते हैं कि मंडी में एक दाैर एेसा भी था कि पंडित सुखराम नेता हैं, लेकिन उनका परिवार अवसरवादी की अाेर चल पड़ा। नगर िनगम चुनाव के बारे चर्चा करते हुए महेंद्र िसंह ठाकुर ने कहा िक मैं िकसी एक िजले का नहीं, पूरे प्रदेश का मंत्री हूं।

हम मेहनत करते हैं, अगली बार भी हम यहीं हाेंगे
जल शक्ति मंत्री महेंद्र िसंह ठाकुर ने कहा कि हम मेहनत करते हैं तभी जीत िमलती है। अगले साल हाेने वाले िवधानसभा चुनावाें में भी भाजपा की जीत हाेगी अाैर जयराम ठाकुर िफर से सीएम हाेंगे। महेंद्र िसंह ठाकुर ने कहा िक मंडी नगर िनगम में भाजपा काे हराने के िलए कांग्रेस अाैर कामरेड दाेनाें लगे रहे, लेकिन हमने मेहनत की ताे हमें सफलता िमली।

पंडित जी, पाेते काे संसद भेजने का सपना नहीं हाेगा पूरा
जल शक्ति मंत्री महेंद्र िसंह ठाकुर ने कहा िक पंडित सुखराम िपछले कई वर्षाें से उनके पाेते काे संसद भेजने का सपना देख रहे हैं, वह संभव नहीं हैं। उन्हाेंने कहा िक अनिल शर्मा के बेटे अश्रय शर्मा ने 2019 के लाेकसभा चुनाव में पहले भाजपा से िटकट मांगा। संगठन ने उन्हें िटकट  के काबिल नहीं समझा। बाद में पंडित सुखराम ने अपने दम पर कांग्रेस से िटकट िदलवाया अाैर िरजल्ट हार।