January 13, 2025

पानी के भरकम बिल पर माकपा हुई लाल, शहरी विकास मंत्री से मांगा इस्तीफा

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-प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ  शिमला में  दिया धरना

द हिमाचल  हेराल्ड। शिमला
सीपीआईएम ने पानी व कूड़े के भारी भरकम बिलों के खिलाफ निगम आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। सीपीआईएम ने पानी व कूड़े के बढ़े बिलों के लिए भाजपा शासित नगर निगम को जिम्मेदार करार दिया है। सीपीआईएम के जिला सचिव संजय चौहान ने कहा कि जब से प्रदेश व निगम में भाजपा काबिज हुई है तभी से हर चीज को निजी हाथों में दिया जा रहा है। निगम ने पानी का प्रबंधन एसजेपीएनल निजी कम्पनी को सौंप दिया है। जिससे पानी के भारी भरकम बिल शहर की जनता को थमा दिए गये हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी जब भाजपा की सरकार बनी थी तब भी जल प्रबंधन को निजी हाथों में सौंपने की कवायद शुरू हो गई थी लेकिन जब निगम में सीपीएम आई तो पानी को निगम ने अपने हाथों में लेकर शहर के लोगों को बेहतर सेवाएं दी थी। उन्होंने कहा कि शहर की बिजली पानी की व्यवस्था बनाना यहाँ के विधायक सुरेश भारद्वाज की भी ज़िमेदारी है, लेकिन वह इसमे नाकाम रहे हैं। उन्हें इसके लिए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर बिजली व कूड़े के बिलों को माफ नही किया है तब तक यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।