January 11, 2025

कौन थे जयराम सरकार के ‘शास्त्री’

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राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने पूर्व सरकार पर फोड़ा वित्तीय अनियमितताओं का ठीकरा
– मोदी की रैली में भाजपा ने एचआरटीसी के 14 करोड़ भी नहीं दिए

द हिमाचल हेराल्ड, शिमला

हिमाचल सरकार की वित्तीय अनियमितताओं और आर्थिक संकट पर सियासत हर रोज तेज होती जा रही है। पूर्व की जयराम सरकार के कार्यकाल में विपक्ष में रहकर कांग्रेस ने सरकारी कर्ज को ठोस मुद्दा बना दिया था। अब सत्ता में काबिज होते ही सुक्खू सरकार राज्य की वित्तीय परिस्थितियों के लिए पूर्व की जयराम सरकार को जिम्मेवार ठहरा रही है। प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने जयराम ठाकुर के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें ठाकुर ने कहा था कि सुक्खू सरकार आते ही हजारों करोड़ का ऋण लेने लगी है। जवाब में जगत सिंह नेगी ने कहा कि जयराम सरकार ने हजारों करोड़ों की देनदारियां छोड़ दी। कर्मचारियों को डीए की घोषणा की, लेकिन अभी तक मिली नहीं। नेगी ने कहा कि हमारी सरकार ने पहली कैबिनेट में ही कर्मचारियों को ओपीएस बहाल करने का निर्णय लिया। मगर पूर्व की जयराम सरकार के माफिया रोज के दौरान प्रदेश को कर्ज के बोझ में धकेल दिया। राजस्व मंत्री ने कहा कि जयराम सरकार में शास्त्री कौन थे? जिसने राज्य को आर्थिक संकट में डाल दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के निकम्मापन के चलते कर्मचारियों की देनदारियां चुकता नहीं हुई। मगर हमारी सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है। उन्हेांने कहा कि पूर्व सरकार के समय जब पीएम मोदी की रैलियां हुई थी तो एचआरटीसी के 14 करोड़ रुपये जमा नहीं किए। उनका आरोप है कि भाजपा सरकार ने सरकारी पैसे से पार्टी की रैलियां आयोजित की।