December 25, 2024

बागवानी मंत्री ने 24 घंटे में मांगी असुरक्षित भट्टाकुफर फलमंडी की रिपोर्ट

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-जगत सिंह नेगी ने अनिरुद्ध सिंह के साथ किया क्षतिग्रस्त पुरानी सब्जी मंडी का औचक निरीक्षण
-भट्टाकुफर मंडी को लेकर विभागीय टेक्निकल कमेटी मूल्यांकन कर 24 घंटे के भीतर प्रस्तुत करेगी रिपोर्ट

द हिमाचल हेराल्ड, शिमला
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने बुधवार को भट्टाकुफर में क्षतिग्रस्त पुरानी सब्जी मंडी का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर उनके साथ ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि भट्टाकुफर की पुरानी सब्जी मंडी चट्टानें गिरने से क्षतिग्रस्त है जिसे असुरक्षित घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में विभागीय टेक्निकल कमेटी मूल्यांकन कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करेगी, उसके उपरांत ही सरकार सरकार निर्णय लेगी कि यह स्थल सब्जी मंडी निर्माण के लिए सुरक्षित है या नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार भट्टाकुफर की इस सब्जी मंडी को पुनः निर्मित करने के लिए कार्य योजना तैयार करेगी ताकि ऊपरी क्षेत्रों के किसानों बागवानों को शिमला में ही फल व सब्जियों को बेचने की सुविधा मिल सके।
उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा उत्पादित सेब को किलो के हिसाब से खरीदा जाए, इस बारे किसानों, व्यापारियों तथा आढ़तियों के साथ अनेकों बार बैठक कर सहमति से सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रेडिंग के हिसाब से यूनिवर्सल स्टैंडर्ड बनाया गया है और उस स्टैंडर्ड के मुताबिक एक यूनिवर्सल कार्टन में 24 किलो सेब आता है, इससे आढ़तियों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जो कानून बनाया गया है उसे सख्ती से लागू किया जाएगा।

भट्टाकुफर मंडी को फिर से किया जाएगा निर्मित: अनिरुद्ध
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पराला मंडी के साथ-साथ भट्टाकुफर स्थित पुरानी सब्जी मंडी को भी पुनः निर्मित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ढली व भट्टाकुफर सब्जी मंडी में काफी पुराने आढ़ती हैं जो इस कारोबार से जुड़े हैं, लेकिन कुछ लोग व कुछ नए आढ़ती यह अफवाह फैला रहे हैं कि भट्टाकुफर की पुरानी सब्जी मंडी को बंद किया जा रहा है जबकि सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है, क्योंकि जिला शिमला में बहुत से ऐसे किसान-बागवान हैं जो सिर्फ कृषि पर ही निर्भर है। इसके अतिरिक्त सब्जी लाने ले जाने वाले वाहन भी सीधे तौर पर इस व्यवसाय से जुड़े हैं जिनके मालिक इसी से ही रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सब्जी मंडी का जो क्षेत्र क्षतिग्रस्त हुआ है उसको छोड़ कर अन्य सुरक्षित स्थान पर सब्जी मंडी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें वाहन पार्किंग व दुकानों की संभावनाएं भी तलाशी जाएगी। उन्होंने कहा कि भट्टाकुफर सब्जी मंडी में सेब खरीदने की प्रक्रिया आढ़तियों द्वारा जारी है, यदि कोई भी आढ़ती सेब खरीदने से मना करता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उसका लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।

ढ़ली सब्जिमंडी के विस्तारीकरण की संभावनाएं
दोनों कैबिनेट मंत्रियों ने ढल्ली स्थित किन्नौर-शिमला सब्जी मंडी का निरीक्षण भी किया और इस सब्जी मंडी के विस्तारीकरण के लिए संभावनाएं तलाशने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी किए। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक मार्केटिंग बोर्ड हेमिस नेगी, उपमंडल दंडाधिकारी शिमला ग्रामीण निशांत कुमार, अधिशासी अभियंता मार्केटिंग बोर्ड हेमराज वर्मा, आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान प्रताप चौहान, उपप्रधान धर्मेश्वर सूद, प्रदेश कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर, पूर्व प्रधान आढ़ती एसोसिएशन नाहर सिंह चौधरी, नगर निगम भट्टाकुफर पार्षद नरेंद्र ठाकुर सहित विभिन्न आढ़ती संघों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।